दानिय्येल 9:3-4
[3]तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।
[4]मैं ने अपने परमेश्वर यहोवा से इस प्रकार प्रार्थना की और पाप का अंगीकार किया, हे प्रभु, तू महान और भययोग्य परमेश्वर है, जो अपने प्रेम रखने और आज्ञा मानने वालों के साथ अपनी वाचा को पूरा करता और करूणा करता रहता है
प्रार्थना :- हे परमेश्वर पिता आप सर्वोच्च, सर्वज्ञानी, सर्वव्यापी, और सर्व शक्तिमान प्रभु है, हम सदैव आपके आज्ञाकारी बच्चे बने रहे, जिससे आपकी दया व करुणा हमारे घराने पर बनी रहे, आमीन l
प्रभु अपने वचन के द्वारा अनुग्रह और आशीष प्रदान करे l
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