भजन 24:3-5
[3]यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है? और उसके पवित्र स्थान में कौन खड़ा हो सकता है?
[4]जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।
[5]वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा, और अपने उद्धार करने वाले परमेश्वर की ओर से धर्मी ठहरेगा।
प्रार्थना:- प्यारे प्रभु जी हम आपके राज्य में प्रवेश करने के योग्य हो, इस लिए हमारा जीवन उस दिन निर्दोष, शुद्ध व पवित्र पाया जाए, आमीन l
प्रभु आपको बरकत देवे
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