1 कुरिन्थि.1:4-5
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूं, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ।
कि उस में होकर तुम हर बात में अर्थात सारे वचन और सारे ज्ञान में धनी किए गए।
प्रार्थना:- प्यारे प्रभु यीशु मसीह हम आपके अनुग्रह से दिन प्रतिदिन आपके ज्ञान में, पहचान में, बुद्धि में और वचन में बढ़ते जाएं, हमारी सहायता कीजिए, आमीन।
प्रभु आप को आशीष और अनुग्रह प्रदान करे।
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