*लुका 21:34-36*
*[34]इसलिये सावधान रहो, ऐसा न हो कि तुम्हारे मन खुमार और मतवालेपन, और इस जीवन की चिन्ताओं से सुस्त हो जाएं, और वह दिन तुम पर फन्दे की नाईं अचानक आ पड़े।*
*[35]क्योंकि वह सारी पृथ्वी के सब रहने वालों पर इसी प्रकार आ पड़ेगा।*
*[36]इसलिये जागते रहो और हर समय प्रार्थना करते रहो कि तुम इन सब आने वाली घटनाओं से बचने, और मनुष्य के पुत्र के साम्हने खड़े होने के योग्य बनो*॥
*प्रार्थना:- हे स्वर्गीय पिता परमेश्वर हमारे जीवन इस संसार में फसकर आलसी व सुस्त न हो जाए, वरन हम इस तरह बनने पाए, जिससे हम आपके न्याय सिंहासन के सामने खड़े होने के योग्य हो सकें, और उस समय हम निर्दोष और निष्कलंक पाए जाएं, आमीन* ।
प्रभु आप को आशीष देवे।
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