मत्ती 21:12-13
यीशु ने परमेश्वर के मन्दिर में जाकर, उन सब को, जो मन्दिर में लेन देन कर रहे थे, निकाल दिया; और सर्राफों के पीढ़े और कबूतरों के बेचने वालों की चौकियां उलट दीं।
और उन से कहा, लिखा है, कि मेरा घर प्रार्थना का घर कहलाएगा; परन्तु तुम उसे डाकुओं की खोह बनाते हो।
प्रार्थना :-, हे प्रभु हम आपके भवन की गरिमा, पवित्रता व महत्वता को भलीभांति जान सकें, और आदर करने वाले व प्रार्थना करने वाले हो सकें, साथ ही हम जीवन के मंदिर को भी पवित्र बनाये रखें,आमीन।
प्रभु आपको आशीष देवे
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