तीतुस 2:11-12
[11]क्योंकि परमेश्वर का अनुग्रह प्रगट है, जो सब मनुष्यों के उद्धार का कारण है।
[12]और हमें चिताता है, कि हम अभक्ति और सांसारिक अभिलाषाओं से मन फेर कर इस युग में संयम और धर्म और भक्ति से जीवन बिताएं।
प्रार्थना:- हे प्रभु हम इस संसार की अभिलाषाओं से, जैसे आँखों की अभिलाषा, शरीर की अभिलाषा से, दूर रहे, और आपकी भक्ति व भय नित बढ़ते जाए, आमीन l
प्रभु आपको बरकत प्रदान करे
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