हर जख्म जो उसका है वो मेरे गुनाह का है
1) इस दुनियां में ले आए मेरे ही गुनाह उसको
ये जुल्म सितम उस पर मैंने ही कराया है
2) इंसान है वो कामिल और सच्चा खुदा वो है
वो प्यार का दरिया है सच्चाई का रास्ता है
3) देने को मुझे जीवन खुद मौत सही उसने
क्या खूब है कुर्बानी क्या प्यार अनोखा है
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